विधायक के मंसूबों पर पानी फेर रही है जनपद की गंगा-जमुनी तहजीब: नरेन्द्र वर्मा -गरीब नवाज मस्जिद को गिरवाकर, विधायक ने किया पार्क का शिलान्यास!
विधायक के मंसूबों पर पानी फेर रही है जनपद की गंगा-जमुनी तहजीब: नरेन्द्र वर्मा
-गरीब नवाज मस्जिद को गिरवाकर, विधायक ने किया पार्क का शिलान्यास!
बाराबंकी। एक तरफ सरकार सबका साथ-सबका विकास का नारा दे रही है, वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के जिला बाराबंकी के दरियाबाद से निर्वाचक विधायक सतीश शर्मा क्षेत्र में जातिवाद का जहर घोलकर अपने आपको प्रदेश के मुखिया का खासम-खास दिखाकर टिकट पक्का करवाना चाहते हैं। इनके द्वारा किये जा रहे कार्यों की चर्चा अब जनता में भी होने लगी हैं, रामसनेहीघाट में अप्रत्याशित घटना करवाकर कुछ न बोलना और उसके बाद उसी स्थान पर लाव लश्कर सहित शिलान्यास करके गंगा-जमुनी तहजीब को नेस्तानाबूद करने की भरसक कोशिश की गई है किन्तु जनपद की आवाम विधायक के मंसूबे को जानकर होशियार हो गई। जनपद बाराबकी देवा-महादेवा की धरती है, यहाँ हमेशा से भाईचारा कायम रहा है और रहेगा, ऐसे लोगों द्वारा कांटें बोने से बदले में उन्हें ही कांटे मिलेंगे। उक्त विचार जिला बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री नरेन्द्र कुमार वर्मा ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में दी।
श्री वर्मा ने बताया कि उपजिलाधिकारी रामसनेहीघाट द्वारा विगत दिनों अंग्रेजों के जमाने से कायम मस्जिद को लाकडाउन का घोर उल्लंघन करते हुए रातो-रात गिरा दिया, जिसके बाद प्रदेश के साथ देश की जनता में काफी रोष फैल गया। विधायक के दबाव में प्रशासन ने न्यायालय की गरिमा को ठेस पहुंचाई है। जनपद में धारा 144 लागू थी तो हजारों की संख्या में पुलिस बल व अधिकारियों को इकट्ठा करके कानून व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास किया गया। एक तरफ माननीय हाईकोर्ट ने आदेश जारी किया था कि 31 मई 2021 तक कोई भी वैध-अवैध निर्माण को न गिराया/ध्वस्त जाये फिर भी विधायक के इशारे पर प्रशासन ने इतनी बड़ी कार्यवाही रातों-रात कर दी। विदित हो कि प्रशासन ने मामले को दबाने के लिए
मस्जिद की कमेटी व वहां पर जाने वाले लोगों के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज करवा दिया गया था। वर्षों से कायम मस्जिद की जगह को अब समतल करवाकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बाल वाटिका व नवीन पार्क का उद्घाटन क्षेत्रीय विधायक तथा पुलिस उपाधीक्षक व तहसीलदार ने संयुक्त रूप से किया किन्तु किसी अधिकारी व विधायक ने दो गज की दूरी का पालन नहीं किया बल्कि उक्त नियम की हवा निकालकर समाज में यह संदेश दिया कि मेरे आगे सभी कायदे कानून बौने है। श्री वर्मा ने आगे बताया कि पता चला है कि विधायक जी क्षेत्र में विकास कार्य न कराकर ज्यादातर पुलिस पर ही दबाव बनाते हैं, चुनाव नजदीक आते ही दलितों पिछड़ो में हिंदुत्व का राग अलापकर अपने मंसूबे की पूर्ति करते है और काम निकल जाने पर आपस में गंभीर मुकदमें दर्ज करवाते है, कुछ दिन पूर्व थाना टिकैतनगर क्षेत्र की मामूली घटना को राजनैतिक रंग दिया था, जिसमंे निर्दोष लोगों को फंसवा दिया। जिससे उनकी क्षेत्र में काफी किरकिरी हो रही है, विकास के मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए वोटों का धु्रवीकरण सत्ता के नशे में कर रहे हैं।
आपको बता दे कि सत्ता के लिए जनपद में कोई नेता अगर गंगा-जमुनी तहजीब को बिगड़ने की कोशिश करेगा तो यहाँ की जनता उसको जवाब जरूर देगी। मैं आपके द्वारा ऐसे नेताओं को आगाह करना चाहता हँू कि विकासहित के कार्य करे, नहीं तो बबूल बोने वालों के हाथ में कांटे ही लगते है। अमाँ यह बाराबंकी है यहाँ कौमी एकता की मिसाल वर्षों से कायम है और कायम रहेगी। इस मिसाल से जो भी टकराया है वह चूर-चूर जरूर हो जायेगा।