बाढ़ खंड चतुर्थ व ग्राम पंचायत विभाग एक-दूसरे पर डालकर सरकारी धन को हजम करने में

भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश का दावा खोखला साबित कर रहा ब्लाक बनीकोडर

बाढ़ खंड चतुर्थ व ग्राम पंचायत विभाग एक-दूसरे पर डालकर सरकारी धन को हजम करने में जुटा।



रामसनेहीघाट  बाराबंकी   प्रदेश के मुख्यमंत्री का आदेश भष्टाचार मुक्त प्रदेश का दावा ब्लॉक बनीकोडर के ड्रेन नाला खुदाई व सफाई में सटीक नही बैठ रहा एक ही नाला को बाढ़ खण्ड चतुर्थ व ग्राम पंचायत द्वारा सफाई के मामले में एक विभाग दूसरे के ऊपर डालकर सरकारी धन को हजम कर रहे है। वही वन विभाग द्वारा लगवाए गए पटरी किनारे पेड़ो को पौकलेण्ड मशीन द्वारा नष्ट कर दिया गया है ।
       ब्लॉक बनीकोडर अंतर्गत कोटवासडक ड्रेन( नाला) की सफाई व खुदाई बाढ़ खण्ड चतुर्थ बाराबंकी द्वारा ड्रोन कैमरे के सर्वे के अनुसार सिल्ट की खुदाई गत मार्च में टेण्डर निकालकर मेसर्स बी के सिंह से अनुबन्ध करके कार्य आरम्भ करा दिया है ।विभागीय जे ई अमर सिंह का कहना है कि इस ड्रेन का सर्वे ड्रोन कैमरे से कराया गया था और उस नाला में कही भी सफाई कैमरे की नजर में नही आया इस लिए टेण्डर के माध्यम से सिल्ट की सफाई व खुदाई पौकलेण्ड मशीन से की जा रही है। जब उनसे पूछा गया कि उक्त नाला की सफाई वित्तीय वर्ष ग्राम पंचायत द्वारा मनरेगा योजना के तहत मार्च 2021 तक कराई गई है तब आपके द्वारा कैसे कार्य शुरू करा दिया गया इस पर जे ई का कहना है कि ड्रोन कैमरे में कही भी साफ सफाई व खुदाई नही नजर आयी भले ही मस्टररोल ब्लॉक से जारी करा लिया गया हो। जबकि ग्राम पंचायत भेन्दुवा बहरेला द्वारा 08,06,2020 को बाढ़ खण्ड अधिशासीअभियंता से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर पूरे रजाईपुरवा से वजीउद्दीनपुर तक 21,07,2020 से 16,03,2021 तक तीन हजार अस्सी मानव दिवस में छ लाख उन्नीस हाजर अठासी रुपये मनरेगा जाबकार्ड धारक मजदूरों के नाम पर खर्च किये गए है। अगर ग्राम पंचायत द्वारा मार्च में कार्य मनरेगा योजना के तहत मजदूरों से कराया जा रहा था तो बाढ़ खण्ड द्वारा ड्रोन कैमरे में कैसे नही नजर आया । और तकनीकी सहायक टी ए द्वारा कार्य की स्वकृति किस आधार पर किया। बाढ़ खण्ड द्वारा कराई जा रही सफाई में वन विभाग द्वारा लगवाए गए पेड़ो को भी नष्ट कर दिया गया है। यही नही एक ही  कार्य को दो कार्यदायी संस्था द्वारा कराया जाना सरकार की मनसा पर सवालिया निशान लगा रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री का दावा की भ्र्ष्टाचार नही होने देंगे किन्तु दोनों जिम्मेदार विभाग एक ही नाला की सील्ट सफाई व खुदाई कराना क्या कहा जायेगा ।यह तो जांचोपरांत ही सही कौन गलत कौन का निर्णय हो पायेगा देखना यह है कि जांच कब होती है।

Popular posts from this blog

रामसनेहीघाट मस्जिद को लेकर 5 जून को होगी प्रेस कॉन्फ्रेंस

*डिलीवरी के दौरान क्लीनिक पर जच्चा-बच्चा की मौत , परिजनों में भारी आक्रोश*

मोहल्ला वासियों ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर अपना जताया विरोध