✍️ आरक्षण के अधिकार में प्रतिबंध को लेकर कांग्रेस को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया ✍️
रायबरेली। आल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के प्रदेश अध्यक्ष वसीम राइन ने धारा 341 के माध्यम से प्रदत्त आरक्षण के अधिकार में प्रतिबंध को लेकर कांग्रेस को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया और कहा कि इस पार्टी ने पसमांदा मुसलमानो के साथ धोखा किया है। वादे के बावजूद कमेटियों की रिपोर्ट लागू नही की। आखिर कब तक पसमांदा मुस्लिम समाज का इस्तेमाल होगा। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि अब हिस्सेदारी नही तो वोट नही।
प्रदेश अध्यक्ष वसीम राइन आज जिला रायबरेली के बछरांवा स्थित थूलेंदी चौराहा के निकट जिला अध्यक्ष मुस्ताक राइनी द्वारा आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि धारा 341 के माध्यम से प्रदत्त आरक्षण के अधिकार में प्रतिबंध दलित मुस्लिम की तरक्की के खिलाफ 10 अगस्त 1950 को तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की सरकार के जरिये संविधान संशोधन अध्यादेश के माध्यम से लगाये गए थे। प्रदेश अध्यक्ष ने याद दिलाते हुए कहा कि कांग्रेस ने ही सच्चर कमेटी का गठन किया था। उसी की रिपोर्ट में पसमाँदा मुसलमानो की हालत दलितों से बदतर बताई गई। उसके बाद भी पिछड़े मुस्लिमों के लिए कांग्रेस ने कुछ नही किया। यूपी में मुसलमानो की कुल बीस फ़ीसदी आबादी में सोलह फ़ीसदी आबादी पसमांदा मुसलमानो की है। तथाकथित सेक्युलर पार्टियों ने हिस्सेदारी नही दी। सपा ने 2012 के चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था कि हमारी सरकार बनी, तो सच्चर कमेटी एवं रंगनाथ मिश्रा कमीशन रिपोर्ट लागू करेंगे, पर सरकार बनने पर मुसलमानो के साथ धोखा करते हुए लागू नही किया। सोलह फ़ीसदी पसमांदा मुसलमानो वोट लेकर खुद बादशाह बन गए। राज्यसभा के लिए 6 यादव भेजे गए लेकिन एक भी पसमाँदा मुसलमान नही भेजा। कब तक पसमांदा मुसलमानो का इस्तेमाल होगा, अब हिस्सेदारी नही तो वोट नही।
प्रदेश अध्यक्ष वसीम राइन ने पसमांदा समाज से जागने उठ खड़े होने को वक़्त की जरूरत बताया और कहा कि अल्पसंख्यक और सेक्युलरिज़्म के भूत ने हमे आज तक सिर्फ डराया है और हमारा इस्तेमाल किया है। मुसलमानों की 85 फीसद आबादी वाला आज का पसमांदा पिछड़ा मुसलमान जिसे आज तक आगे नही बढ़ने दिया गया है। अपनी सामाजिक, राजनीतिक, शैक्षिक और आर्थिक हालत पर ग़ौर करे तो सारी बातें समझ आ जाएंगी। हमे अपना और अपने बच्चों का भविष्य संवारना है तो राजनीतिक पार्टियों में सेक्युलरिज़्म के नाम पर चल रही धोखेबाज़ी को समझना होगा, और हमें अपने राजनीतिक मामलों में अपने बहुसंख्यक भाइयों के साथ मिलकर उन्ही के पीछे चलकर, एक साथ एक मत से अपना मुख्यमंत्री और प्रधान मंत्री चुनना पड़ेगा।
उन्होंने अपील की कि सोचो और ग़ौर करके देखो कि पसमांदा और सेक्युलरिज़्म के भूत ने हमे आज तक आरएसएस से सिर्फ डराया और हमारा इस्तेमाल किया है। बड़े दर्जे के काबिल ए एहतराम मज़हबी नेताओं ने हमे तेजपत्ता बनाकर छोड़ दिया है, और ख़ुद आलू की तरह हर पार्टी में, हर इदारे में, हर संस्था में बड़े पदों पर विराजमान हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने नारा दोहराया, पिछड़े सब एक समान हिन्दू हो या मुसलमान।
इस अवसर पर ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महज जिला अध्यक्ष मुस्ताक वाहिनी विधानसभा महासचिव हाजी एजाज मंसूरी विधानसभा अध्यक्ष मोहम्मद एजाज जिला महासचिव मोहम्मद दिलदार उपाध्यक्ष रियाज मंसूरी अल्ताफ कुरेशी हुसैन मंसूरी नसीम कुरैशी अंसार मनमोहन मौर्य सद्दाम हाशमी अकरम इदरीसी परवेज मंसूरी रेहान कुरेशी आदि उपस्थित रहे।